अलसी की खेती उन्नत तकनीक से कैसे करें ?

बुआई का समय

रबी में

बुआई का समय – 1 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच

फसल अवधि – 150 से 170 दिन


तापमान , मिट्टी की तैयारी व खेत की जुताई

अलसी की फसल को ठंडी और शुष्क जलवायु की आवश्यकता होती है। इसकी बुवाई के समय 25 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है।

इस फसल के लिए गहरी चिकनी काली मिट्टी और चिकनी दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। इस फसल के लिए मिटटी का pH 5.0 से 7.0 के बीच होना चाहिए।

खेत की 2 बार हैरो से जुताई करे इसके बाद रोटावेटर चलाकर मिटटी को भुरभुरी बना ले। खेत को जुताई के बाद पाटा चलाकर खेत को समतल बना ले।


उन्नत किस्में ( Varieties )

  • LC 2063 ( 2007 ) – 158-160 दिन
  • शीला ,
  • गौरव ,
  • शेखर ,
  • पद्मिनी ,
  • जेएलएस -9 ,
  • एनएल -97 ,
  • शिखा ,
  • रश्मि ,
  • जीवन ,
  • मीरा
  • पार्वती

बीज उपचार

बीज को बुवाई से पहले टेबुकोनाजोल 5.4 % डब्ल्यू / डब्ल्यू एफएस 4 मिली प्रति 10 किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करें यदि खेत मे दीमक की समस्या हो तो क्लोरोपायरीफास 20 % ईसी 4 मिली प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करें।

बीज की मात्रा

अलसी की 1 एकड़ फसल तैयार करने के लिए 12 से 15 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।

बुआई का तरीका

फसल बुवाई के समय कतार से कतार के बीच की दूरी 30 सेमी तथा पौधे से पौधे की दूरी 5-7 सेमी रखनी चाहिये । बीज को भूमि में 2 सेमी की गहराई पर बोए।


उर्वरक व खाद प्रबंधन

वर्षा आधारित क्षेत्रों में अलसी की पूरी फसल के लिए 1 एकड़ खेत में 35 किलोग्राम यूरिया , 50 किलोग्राम एस एस पी का इस्तेमाल करे।

सिंचित क्षेत्रों में 1 एकड़ खेत में 80 किलोग्राम यूरिया , 75 किलोग्राम एस एस पी का इस्तेमाल करे।

यूरिया की आधी मात्रा और एसएसपी की पूरी मात्रा बुवाई के समय डालें । यूरिया की बाकी मात्रा को बुवाई के 35 दिनों बाद पहली सिंचाई के समय डालें।


सिंचाई

अलसी की फसल में अच्छे उत्पादन के लिये 2 सिंचाई की आवश्यकता पड़ती है । पहली सिचाई फूल आने पर तथा दूसरी सिंचाई दाना बनाते समय करे।

फसल की कटाई

अलसी की फसल 130-150 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है । फसल में पत्तों के गिरने पर और फल के पूरी तरह भूरे होने पर कटाई करे।



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