ब्रोकली की खेती कर कमाए अधिक मुनाफा

ब्रोकोली पौधे देखने में लगभग फूल गोभी की तरह ही होते हैं, और इसकी खेती भी फूलगोभी की तरह की जाती है, इसका रंग हरा होता है इसलिए इसे हरी गोभी भी कहते है । इसका खाने वाला भाग छोटी छोटी बहुत सारी हरे फूल कलि का गुच्छा होता है, जो फूल खिलने से तुरंत पहले पौधों से काट लिया जाता है, और यही भाग खाने के काम आता है|

ब्रोकोली के पौधे से एक मुख्य गुच्छा काटने के बाद भी ब्रोकली मे पौधे से कुछ शाखायें निकलती हैं, फूल गोभी में जहां एक पौधे से एक ही फूल मिलता है, तथा इन शाखाओं से बाद में ब्रोकोली के छोटे गुच्छे बेचने अथवा खाने के लिये प्राप्त हो जाते है।

बुआई का समय

रबी में

बुआई का समय – 1 सितंबर से 30 नवंबर के बीच

फसल अवधि – 60 से 100 दिन

जायद में

बुआई का समय – 1 मार्च से 30 अप्रैल के बीच

फसल अवधि – 60 से 100 दिन


तापमान , मिट्टी की तैयारी व खेत की जुताई

यह ठंडी जलवायु की फसल है। इस फसल के लिए 20 से 30 सेंटीग्रेट तापमान सही रहता है। ब्रोकली की फसल की रोपाई से पहले खेत की 2 से 3 बार अच्छी तरह से जुताई करें।

इसके बाद 1 एकड़ खेत में 10 टन गली हुई रूड़ी की खाद और 10 किलोग्राम कार्बोफुरान का इस्तेमाल करे। 1 सिचाई के बाद जुताई करके पट्टा फेर दे।

रोपाई के समय 1 एकड़ खेत में 50 किलोग्राम डी ऐ पी ( D.A.P ) 50 किलोग्राम पोटाश ( potash ) , 25 किलोग्राम यूरिया ( Urea ) , 10 किलोग्राम कार्बोफिउरॉन (carbofuron), 5 किलोग्राम जायम का प्रयोग करे। 3 साल में 1 बार मिटटी की जांच जरूर करवायें।


ब्रोकली की खेती मे नर्सरी प्रबंधन

ब्रोकली की 1 एकर फसल तैयार करने के लिए नर्सरी का आकार इस प्रकार रखे – लम्बाई 3 से 6 मीटर और चौड़ाई 0.6 से 0.7 मीटर, ऊंचाई 0.1 से 0.15 मीटर रखनी चाहिए।

नर्सरी बनाते समय मिटटी में डाले जाने वाले तत्व गोबर की खाद 5 किलो प्रति मीटर वर्ग कार्बोफुरान 10 ग्राम प्रति मीटर वर्ग और 2.5 ग्राम कॉपर ऑक्सी क्लोराइड को 1 लीटर पानी में घोलकर नर्सरी बेड या ट्रे की मिटटी को गिला करे।


ब्रोकली की उन्नत किस्में ( Varieties )

के टी एस -1 ( पूसा ब्रोकली ) – अवधि 80 से 90 दिन इस किस्म का सिरा हल्के हरे रंग का , तथा 250 से 400 ग्राम वजन का होता है। यह किस्म रोपाई के बाद 80 से 90 दिन में तैयार हो जाती है और इसकी औसत पैदावार 120 से 140 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है।

के टी एस 59 – अवधि 75 से 90 दिन इस किस्म का फल हरे रंग का होता है और इसकी औसत पैदावर 90 से 100 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है। यह किस्म 75-90 दिन में तैयार हो जाती है।

पालम समृद्धि – अवधि 85 से 95 दिन इस किस्म का सिरा हरा , पीले धब्बों और पत्तियों से युक्त होता है। फूल का वजन 300 से 400 ग्राम होता है । यह किस्म 85 से 95 दिन में तैयार हो जाती है और पैदावार 150 से 180 क्विंटल प्रति हैक्टेयर तक मिल जाती है।

ग्रीन स्प्राउटिंग- ब्रोकली अवधि 90 से 100 दिन इस किस्म का सिरा गहरे हरे रंग का होता है। जिसका वजन 200 से 250 ग्राम होता है। इसके पौधे शाखायुक्त होते हैं , यह किस्म रोपाई के उपरान्त 90 से 100 दिन में तैयार हो जाती है और इसकी पैदावार 120 से 150 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है।

पंजाब ब्रोकली – अवधि 60 से 70 दिन इसके पौधे शाखायुक्त , चिकनी पत्तियां और अत्यधिक फुटाव वाले होते हैं। सिरा मध्यम आकार , हरी कलियां युक्त और फल 150 से 200 ग्राम वजन के होते हैं । यह किस्म रोपाई के 60 से 70 दिन उपरान्त तैयार हो जाती है और इसकी औसत पैदावार 60 से 75 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है।


ब्रोकली की खेती मे बीज की मात्रा

ब्रोकली की 1 एकड़ फसल तैयार करने के लिए 150 से 200 ग्राम बीज की आवश्यकता होती है।

बीज उपचार

हाइब्रिड बीज पहले से उपचारित आते है इनकी सीधी बुवाई की जा सकती है। अगर घर पर तैयार किया हुआ या देसी बीज की बुवाई करते है तो इसे कार्बेन्डाजिम 2 ग्राम + थिरम 2 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज के हिसाब से उपचारित कर ले।

बुआई का तरीका

ब्रोकली की नर्सरी बुवाई के 25 से 30 दिन बाद पौधे की खेत में रोपाई कर दे। रोपाई के समय पौधे से पौधे की दूरी 50 सेमी और पंक्ति से पंक्ति की दूरी 45 सेमी रखे।


उर्वरक व खाद प्रबंधन – ब्रोकली की खेती

बुवाई के समय ब्रोकली की पोध रोपाई से पहले 1 एकर खेत में 50 किलोग्राम डी ए पी (DAP) , 50 किलोग्राम पोटाश (Potash) , 25 किलोग्राम यूरिया (Urea) , 5 किलोग्राम बायो जायम , 25 किलोग्राम कैल्शियम नाइट्रेट (Calcium Nitrate) का इस्तेमाल करे।

बुवाई के 10 से 15 दिन बाद फसल रोपाई के 10-15 दिन बाद 10 ग्राम NPK 19:19:19 को 1 लीटर पानी के हिसाब से घोलकर स्प्रे करे।

बुवाई के 30 से 35 दिन बाद यूरिया 35 किलोग्राम प्रति एकर रोपाई के 30 और 35 दिन बाद छिडककर देना चाहिए । जिन मृदाओं में बोरान एवं मालीब्डेनम की कमी हो वहाँ पर बोरान 200 ग्राम प्रति एकर 200 लीटर पानी + मालीब्डेनम 25 ग्राम प्रति एकर 200 लीटर पानी में घोलकर रोपाई के 30 एवं 35 दिन बाद छिडकाव करें।

बुवाई के 60 से 70 दिन बाद फसल रोपाई के 60 से 70 दिन बाद फूल की गुणवत्ता को सुधारने के लिए पानी में घुलनशील खाद NPK 13:00:45 20 ग्राम को प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करे।


ब्रोकली की खेती मे सिंचाई

ब्रोकली की फसल में पहली सिचाई फसल रोपाई के तुरंत बाद कर दे। उसके बाद आवश्कता के अनुसार खेत में नमी बनाये रखे। फसल की कटाई ब्रोकोली की कटाई तब करे जब फूल 3 से 6 इंच आकार का हो जाय।

कटाई के बाद

उन्हें जितनी जल्दी हो सके विपणन किया जाना चाहिए , क्योंकि इस फसल को ज्यादा लंबे समय तक संग्रहीत नहीं किया जा सकता हैं।


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