बुआई का समय
जायद में
- बुआई का समय – 15 जनवरी से 31 मार्च के बीच
- फसल अवधि – 85 से 110 दिन
खरीफ में
- बुआई का समय – 10 मई से 31 जुलाई के बीच
- फसल अवधि – 120 से 155 दिन
रबी में
- बुआई का समय – 1 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच
- फसल अवधि – 120 से 155 दिन
तापमान , मिट्टी की तैयारी व खेत की जुताई
मक्का की खेती (Makka ki kheti) रेतीली दोमट मिट्टी से चिकनी दोमट मिट्टी जा सकती है। इस फसल के लिए मिट्टी का पी.एच मान 5.5 से 7.5 के बीच का होना अच्छा माना जाता है।
फसल बुवाई के समय तापमान 21 से 27 ° C और फसल कटाई के समय तापमान 25 से 30 ° C होना चाहिए। मक्का की फसल बुवाई से 15 दिन पहले 1 एकड़ खेत में 10 टन गोबर की खाद डालकर खेत की अच्छे से 2 जुताई करे, जुताई के बाद 1 सिंचाई करे सिंचाई के 6 दिन बाद 2 जुताई करके पट्टा फेर दे।
खेत जुताई के समय 1 एकड़ खेत में 10 किलोग्राम carbofuran और 50 किलोग्राम पोटाश का इस्तेमाल करे।
मक्का की उन्नत किस्में – Varieties of maize
- Shriram – ( 9662 ) अवधि 150 से 155 दिन यह रबी के मौसम में लगने वाली किस्म है । इसकी बुवाई अक्टूबर से नवंबर में की जा सकती है । इस किस्म को सभी प्रकार की मिटटी में उगाया जा सकता है
- Shriram – ( Rajkumar Gold ) अवधि 95 से 105 दिन इस किस्म को रबी , खरीफ , जायद तीनो मौसम में उगाया जाता है । यह 95 से 105 दिन की किस्म है । यह मध्यम दिन की किस्म है । इसके दाने मोटे और बड़े होते है । यह गहरे नारंगी रंग की किस्म है ।
- Pioneer – ( 1844 ) अवधि 100 से 110 दिन यह जायद के मौसम में लगने वाली किस्म है। इसकी बुवाई 15 जनवरी से 31 मार्च तक कर सकते है।
- Syngenta – Sweet Corn – ( Sugar – 75 ) अवधि 78 से 85 दिन यह 78 से 85 दिन की किस्म है। यह पीले रंग की किस्म है इसके भुट्टे की लम्बाई 8.5 inch होती है।
- पी 3401 ( पायनियर ) अवधि यह एक हाइब्रिड किस्म है । दानों का रंग नारंगी होता है । पौधों की जड़ें मजबूत होती हैं जिससे तेज हवा चलने पर पौधों के गिरने का खतरा कम हो जाता है। प्रति एकड़ जमीन से 30 से 35 क्विंटल फसल की पैदावार होती है।
- विजय ( सिगनेट 22 ) अवधि यह किस्म बिहार में खेती के लिए उपयुक्त। यह नवंबर के अंत से दिसंबर के शुरुआत में बुवाई के लिए उपयुक्त किस्म है। फसल को तैयार होने में 140 से 145 दिनों का समय लगता है।
- एन के 6240 ( सिंजेंटा ) अवधि यह किस्म संकर किस्मों में शामिल है। इसकी खेती रबी और खरीफ दोनों मौसम में की जा सकती है । प्रति एकड़ जमीन में खेती करने के 3 से 5 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है।
- एन के 7720 ( सिंजेंटा ) अवधि यह किस्म रबी एवं खरीफ दोनों मौसम में खेती के लिए उपक है। बुवाई के समय कतारों के बीच 45 से 60 सेंटीमीटर की दूरी रखें। पौधों से पौधों की दूरी 15 से 20 सेंटीमीटर होनी चाहिए। इस किस्म में रोग कम लगते हैं और पौधों की लंबाई कम होने के कारण पौधों के गिरने की समस्या भी कम होती है।
बीज की मात्रा
मक्का की 1 एकड़ फसल तैयार करने के लिए 9 से 10 किलोग्राम बीज की जरुरत होती है।
मक्का की खेती मे बीज उपचार
मक्का को जड़ सड़न रोग से बचाव हेतु बीज को बुआई से पूर्व थायरम 2 ग्राम + कार्बेन्डाजिम 1 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज या ट्राइकोडर्मा विरडी 4 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करें।
इसके उपरान्त बीज को राइजोवियम एवं पीएसबी कल्चर प्रत्येक की 5 ग्राम मात्रा प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करें। 100 ग्राम गुड़ का आधा लीटर पानी में घोल बनायें घोल को गुनगुना गर्म करें तथा ठंडा कर राइजोवियम कल्चर एवं पी एस बी कल्चर मिलाएं।
घोल को बीज के ऊपर समान रूप से छिड़क दें और धीरे – धीरे हाथ से मिलाएं ताकि बीज के ऊपर कल्चर अच्छे से चिपक जाऐं। उपचारित बीज को कुछ समय के लिए छाँव में सुखाऐं, इसके बाद तुरंत बुआई करें।
बुआई का तरीका
मक्का की बुवाई हाथ से या मशीन के दयारा की जा सकती है, बुवाई के समय पौधे से पौधे की दूरी और पंक्ति से पंक्ति की दूरी किस्म पर आधारित होती है।
उर्वरक व खाद प्रबंधन
बुवाई के समय फसल बुवाई के समय 1 एकड़ खेत में 50 किलोग्राम डी ए पी ( DAP ) , 30 किलोग्राम यूरिया ( Urea ) , 50 किलोग्राम पोटाश ( Potash ) , 10 किलोग्राम जिंक सल्फेट, 8 किलोग्राम zayam का इस्तेमाल करे ।
बुवाई के 25 से 30 दिन बाद फसल बुवाई से 25 से 30 दिन बाद 1 एकड़ खेत में 25 किलोग्राम यूरिया 5 किलोग्राम जायम् का इस्तेमाल करे।
बुवाई के 45 से 50 दिन बाद .फसल बुवाई से 45 से 50 दिन बाद 1 एकड़ खेत में 30 किलोग्राम यूरिया का इस्तेमाल करे।
मक्का की खेती मे सिंचाई
मक्का की फसल में खरीफ के मौसम में 5 से 6 सिंचाई की आवश्कता होती है । मक्का की कुछ मुख्य अवस्था पर सिचाई करना अति आवश्यक होता है।
बुवाई के 25 से 30 दिन बाद मक्का की फसल में बुवाई के 20 दिन बाद पहली सिचाई करे।
बुवाई के 40 से 45 दिन बाद मक्का की फसल में बुवाई के 35 से 40 दिन बाद दूसरी सिचाई करे।
बुवाई के 50 से 55 दिन बाद मक्का की फसल में बुवाई के 50 से 55 दिन बाद तीसरी सिचाई करे।
बुवाई के 70 से 75 दिन बाद मक्का की फसल (Makka ki kheti) में बुवाई के 70 दिन बाद चौथी बार सिचाई करे।
फसल की कटाई
मक्का की फसल में कटाई किस्मो के अनुसार 85 से 155 पर शुरू हो जाती है।
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