करे महंगी सब्जियों की खेती सरकार दे रही 50% की सब्सिडी

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत, किसान अब सब्जियों की संरक्षित खेती करके मुनाफा कमा सकते हैं, इस उद्देश्य को पूरा करते हुए, कृषि विभाग द्वारा उद्यान विभाग ने सीमांत और छोटे किसानों के आय को दोगुना करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।

सरकार द्वारा सब्सिडी पर शेड नेट हाउस

इसके अंतर्गत, महंगी सब्जियों की खेती करने की इच्छा रखने वाले किसानों को सरकार द्वारा सब्सिडाइज़ड दर पर शेड नेट हाउस (Shed Net House) स्थापित करने के लिए अवसर दिया जा रहा है।

इस योजना से किसानों को नई तकनीकों का उपयोग करके महंगी सब्जियों की खेती करने में सहायता होगी।

इसे पढे – चने की फसल: वृद्धि के लिए 7 खास टिप्स

शेड नेट हाउस पर कितना अनुदान मिलेगा

शेड नेट हाउस का निर्माण न्यूनतम 1000 वर्ग मीटर से लेकर अधिकतम 4000 वर्ग मीटर तक होगा। इसकी यूनिट कॉस्ट होगी 710 रुपये प्रति वर्ग मीटर, जिस पर सरकार 50% सहायता अनुदान देगी, जिसका मतलब होगा कि प्रति वर्ग मीटर के लिए केवल 355 रुपये देना होगा।

प्रति वर्ग मीटर के लिए केवल 70 रुपये

शेड नेट हाउस में महंगी सब्जियां उगाने की स्थिति में, उसकी यूनिट कॉस्ट 140 रुपये प्रति वर्ग मीटर होगी और सरकार इसमें भी 50% सहायता अनुदान प्रदान करेगी, जिससे प्रति वर्ग मीटर के लिए केवल 70 रुपये देने होंगे।

इस योजना से, किसानों को शेड नेट हाउस स्थापित करने में सस्ताई और सरकारी सहायता से लाभ होगा, जिससे उनकी आय में भी सुधार होगा।

प्लास्टिक मल्चिंग का भी अवसर

साथ ही, सब्जी उत्पादन के लिए किसानों को प्लास्टिक मल्चिंग का भी अवसर मिल रहा है। किसान अब न्यूनतम 0.20 हेक्टेयर से लेकर अधिकतम 2 हेक्टेयर तक का उपयोग करके इस सुविधा से लाभ उठा सकते हैं।

क्या है यूनिट कॉस्ट

इसकी यूनिट कॉस्ट 32,000 रुपये प्रति हेक्टेयर है, जिस पर सरकार 50% सहायता अनुदान के रूप में 16,000 रुपये प्रति हेक्टेयर प्रदान कर रही है।

मशरूम उत्पादन में पर भी सब्सिडी

मशरूम उत्पादन में पर भी सब्सिडी दी जा रही है, जो की किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है। उद्यान विभाग द्वारा मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उन्हें झोपड़ी बनाने पर 50% की सब्सिडी प्रदान की जा रही है, जिसका आकार 1500 वर्ग फुट है।

झोपड़ी बनाने के लिए कुल लागत का निर्धारण 1,79,500 रुपये है, जिस पर सरकार की अधिकतम 50% सहायता अनुदान 89,750 रुपये का होगा।

इसके माध्यम से, किसानों को मशरूम उत्पादन में नई ऊँचाइयों तक पहुंचने का एक और मौका प्रदान किया जा रहा है और इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगी।

सब्जी विकास योजना

सब्जी विकास योजना के अंतर्गत, महंगी सब्जी के पौधों का वितरण किया जा रहा है। इस प्रमुख पहल में, उद्यान विभाग ने किसानों को ब्रोकोली, शिमला मिर्च, बीज रहित खीरा, और बीज रहित बैगन के पौधों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं।

2.50 रुपये प्रति पौधा मिलेगा किसान को

किसान अब अपनी आवश्यकताओं के आधार पर सब्जी पौधों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिसकी यूनिट कॉस्ट 10 रुपये प्रति पौधा है, और इसमें 75% सब्सिडी शामिल है।

किसान अब सिर्फ 2.50 रुपये किसान अंशदान देकर प्रति पौधा पौधा खरीद सकते हैं, जिससे उन्हें अधिक बजट में पौधों का लाभ होगा।

किसानों के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें ?

इन योजनाओं से लाभ उठाने के लिए, किसान आसानी से उद्यान विभाग की पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

आवेदन के लिए दस्तावेज

  • अपनी जमीन की अपडेटेड रसीद,
  • किसान रजिस्ट्रेशन नंबर,
  • और एक पासपोर्ट साइज फोटो अपलोड करना होगा, जो आवश्यक है।

साथ ही, मशरूम योजना के लिए, किसान को झोपड़ी में मशरूम उत्पादन के लिए ट्रेनिंग सर्टिफिकेट होना आवश्यक है, जिसे किसी सरकारी मान्यता प्राप्त संस्थान से प्राप्त करना होगा।

इसे पढे – क्या लाड़ली बहना योजना की 7वीं किस्त में मिलेंगे 3000 रुपए


Leave a Comment