मशरूम उत्पादन की पूरी जानकारी, पढ़िए कब और कैसे कर सकते हैं खेती

वर्तमान समय मे भारतीय बाजार में मशरूम की मांग बहुत ही तेजी से बढ़ी जा रही है,जेसे मशरूम की मांग मार्केट मे बढ़ रही हे उस के हिसाब से किसान मशरूम की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते है, क्युकी मार्केट मांग जितनी हे, अभी मशरूम की खेती Mushroom ki kheti उतनी नहीं हो रही है। तो आइये जानते है मशरुम उत्पादन तकनीक के बारे मे विस्तार से –


बुआई का समय

खरीफ में मशरूम की बुआई का समय

बुआई का समय- 1 अप्रैल से 30 सितंबर के बीच

फसल अवधि- 20 से 40 दिन

रबी में मशरूम की बुआई का समय

बुआई का समय- 1 अक्टूबर से 25 फ़रवरी के बीच

फसल अवधि- 20 से 40 दिन


मशरूम की उन्नत किस्में ( Improved varieties of mushroom )

मशरुम की प्रमुख किस्म….

  • मिल्की मशरूम
  • बटन मशरूम
  • ऑस्कर मशरूम

इन्हे भी पढे – खेती से जुड़े ये आधुनिक यंत्र श्रम और लागत को कम कर बढ़ाते हैं मुनाफ़ा


मशरूम की खेती की ट्रेनिंग

वैज्ञानिक तरीके से मशरूम का उत्पादन किसान कम लागत में कर सकें इसके लिए सरकार कृषि विश्वविद्यालयों एवं कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से किसानों को इसका प्रशिक्षण देती है | मशरूम की खेती (Mushroom ki kheti) को बढ़ावा देने के लिए सरकार किसानों को मशरूम उत्पदान पर सब्सिडी भी देती है | प्रत्येक वर्ष विश्वविद्यालयो में मशरूम उत्पदान के अलग-अलग विषयों पर वर्षभर ट्रेनिंग दी जाती है।

mashroom ki kheti mkisan

मशरुम फसल की जानकारी

मशरूम की खेती मे बटन मशरूम उगाने की विधि :

बटन मशरुम की खेती करने के लिए 3 चीजों की जरुरत होती है, कम्पोस्ट , स्पॉन , केसिंग मिश्रण कम्पोस्ट तैयार करने के लिए 28 से 30 दिन का समय लगता है।

कम्पोस्ट तैयार करने के लिए इन इन सामान की जरुरत होती है।

  1. गेंहू या धान का भूसा -300 किलोग्राम
  2. जिप्सम -30 किलोग्राम
  3. गेंहू का चोकर -27 किलोग्राम
  4. एसएसपी -7.5 किलोग्राम
  5. पोटास -3 किलोग्राम
  6. यूरिया -3 किलोग्राम
  7. गुड़ -5 किलोग्राम
  8. कार्बोफूरोन -75 ग्राम
  9. कैल्शियम अमोनियम नाइट्रेट -9 किलोग्राम

मशरूम की खेती मे कम्पोस्ट बनाने सामान्य विधि

सामान्य विधि से कम्पोस्ट बनाने के लिए पक्के फर्स का होना जरुरी है, ढेर बनाने से 2 दिन पहले भूसे को अच्छी तरह गीला करके पेरो से दबाए जिससे भूसा अच्छी तरह पानी सोख ले।

  • ढेर बनाने के 12 से 16 घंटे पहले चोकर की आधी मात्रा और यूरिया , एसएसपी , पोटास , कैल्शियम अमोनियम नाइट्रेट , को पानी में भिगोकर अच्छी तरह मिलाकर बोरी से ढक दे।
  • पहले दिन 5 फिट चौड़ी और 5 फिट ऊंची ढेर बना दे।
  • 6 दिन बाद पहली पलटाई करके ढेर बना दे।
  • 10 दिन बाद ढेर में पलटाई करके गुड़ और कार्बोफूरोन मिला कर ढेर बना दे।
  • 13 दिन बाद तीसरी पलटाई करके जिप्सम मिला दे। नमी कम होने पर थोड़ा पानी डाल कर ढेर बना दे।
  • 16 दिन बाद चौथी पलटाई करके ढेर बना दे।
  • 19 दिन बाद पांचवी पलटाई करके ढेर बना दे।
  • 22 वा दिन छटी पलटाई करके ढेर बना दे।
  • 25 वें दिन 7 वी पलटाई करके कीट नाशक छिड़क दे।
  • 28 दिन बाद कम्पोस्ट चेक करे । कम्पोस्ट दवाने पर हाथ गिला हो जाए पानी नहीं निकलना चाहिए।

उत्तम खाद का पी एच मान 7 से 7.8 के बीच होना चाइये। कम्पोस्ट तैयार होने पर 25 डिग्री के तापमान पर ढक कर रखे। अब कम्पोस्ट बुवाई के लिए तैयार है ।

बुवाई से पहले कम्पोस्ट को उपचारित करने के लिए 40 लीटर पानी में 1.5 लीटर फार्मेलिन व 50 ग्राम बाबिस्टीन का घोल बना ले।

इस घोल को 1 टन कम्पोस्ट पर अच्छी तरह छिटक कर खाद का ढेर बना दे । इस ढेर को तिरपाल से 2 दिन के लिए ढक दे । 2 दिन बाद तिरपाल हटा दे और कसुले से पलटाई करे अब ये खाद बुवाई के लिए तैयार है।

इस कम्पोस्ट को पालीथीन में भर कर परत विधि से 0.75 की दर से स्पॉन मिला दे। इसके बाद अखबार से ढक दे और सुबह साम पानी का छिड़काव करे। कमरे का तापमान 23 से 25 डिग्री होना चाइये।

कमरे में नमी 80 से 85 प्रतिसत रखे। 15 से 20 दिन में कवक जाल कम्पोस्ट में फेल जाता है और कम्पोस्ट दूधिया रंग का हो जाता है।

mushroom-ki-kheti

बटन मशरूम के लिए केसिंग मिटटी तैयार करने का तरीका :

  • केसिंग के लिए आधी मात्रा में बाग की मिट्टी और आधी मात्रा में 2 साल पुरानी गोबर की खाद को अच्छी तरह मिला लें।
  • अब इस मिश्रण में से कंकड और बेकार चीजें बीनकर छानकर निकाल दें ।
  • इसके बाद इसमें 2 % फोर्मालिन ( Formaline ) और 2 % बाविस्टिन ( Bavistin ) का घोल बनाकर मिला दें।
  • इस मिश्रण को अब एयर टाइट अवस्था में 48 से 72 घंटों के लिए छोड दें।
  • इसके बाद इस मिश्रण को फैला दें ताकि फोर्मालिन की गंध चली जाए।
  • गंध निकल जाने के बाद 1-2 इंच मोटी तह में केसिंग करें और पानी का स्रे करे।
  • कमरे में हवा का आदान प्रदान अच्छा रखे।

मशरूम की फसल की तुड़ाई कब करे

केसिंग के 15 दिन बाद मशरुम निकलना शुरू हो जाता है। जब मशरुम की टोपी का आकार 3 से 4 सेमी हो तब तुड़ाई करे। 100 किलोग्राम कम्पोस्ट से 15 से 20 किलोग्राम मशरुम प्राप्त कर सकते है।

join-our-whtsapp-group-mkisan


"हम एक टीम हैं, जो आपके लिए अलग-अलग स्रोतों से मंडी भाव और कृषि समाचार एकत्रित कर आप सभी किसान भाइयों तक पहुँचाती है...."

Leave a Comment

Home Google News Mandi Bhav Join Group Web Stories