सरकार द्वारा सौर ऊर्जा को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जा रहा है, इस हेतु इन यंत्रों पर सरकार द्वारा बहुत अधिक मात्रा में सब्सिडी में प्रदान की जाती है। इसका लाभ उठाकर सभी घरेलू उपभोक्ता अपने घरों की छतों पर सोलर पैनल यंत्र को लगा सकते हैं और अपने उपयोग की बिजली का स्वयं ही उत्पादन कर सकते हैं।
साथ ही साथ अतिरिक्त बिजली को भेज भी सकते हैं, जिससे आपको अपने बिजली के बिल से छुटकारा तो मिलेगा ही साथ ही साथ बिजली बेचकर अतिरिक्त आमदनी भी प्राप्त कर सकते हैं। आइये इसके संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त करते हैं।
रूफटॉप सोलर योजना से सब्सिडी
सरकार द्वारा देशभर में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए रूफटॉप सोलर योजना (Roophatop solar yojana) फेस 2 चलाई जा रही है, जिसमें की उपभोक्ता को घरों की छत पर 10 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल को लगाने के लिए सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान की जाती है।
इस योजना को पूरे भारत में सरकार के नवीनीकरण ऊर्जा मंत्रालय द्वारा लागू किया जा रहा है, जिसका लाभ भारत के सभी राज्यों में विद्युत वितरण कंपनियों के द्वारा प्रदान किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश में भी इस योजना को विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के द्वारा प्रदान किया जा रहा है।
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सोलर पैनल यंत्र पर कितनी मिलेगी सब्सिडी
सरकार द्वारा संचालित रूफटॉप सोलर योजना के अंतर्गत अलग-अलग क्षमता वाले सोलर पैनल पर सब्सिडी का प्रतिशत अलग-अलग है। आइए जानते हैं, सोलर पैनल पर कितनी सब्सिडी है
1 से लेकर 3 किलोवाट तक सब्सिडी
1 से लेकर 3 किलोवाट तक की क्षमता वाले सोलर पैनल पर 40% की सब्सिडी प्रदान की जा रही है।
3 से 10 किलोवाट तक सब्सिडी
3 से 10 किलोवाट तक के क्षमता वाले सोलर पैनल पर 20% का अनुदान प्रदान किया जा रहा है।
समझे सब्सिडी के बाद कितने की मिलेगी
1 किलो वाट के रूफटॉप सोलर संयंत्र कि निर्धारित राशि ₹38000 और इसे जीएसटी के साथ जोड़ा जाए तो इसकी कीमत ₹43244 होती है।
जिस पर 40% के अनुदान की राशि ₹17297 यदि कम कर दिया जाए तो यह उपभोक्ता को ₹25946 की राशि में प्राप्त हो सकता है।
सब्सिडी की जानकारी के लिए कैलकुलेर उपलब्ध
मध्य प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र मैं विद्युत वितरण की जाने वाली कंपनी ने अपने पोर्टल पर इससे कैलकुलेट करने के लिए सब्सिडी केलकुलेटर भी उपलब्ध करवाया है, जिससे कि उपभोक्ता खरीदने से पहले ही अपनी जरूरत के मुताबिक किलोवाट के हिसाब से आने वाले खर्चे की गणना कर सकते हैं।
सिर्फ शेष राशि का करना होगा भुगतान
जब उपभोक्ता सोलर पैनल संयंत्र को खरीद लेंगे तब उन्हें निर्धारित राशि में से अनुदान की राशि को घटाकर केवल वेंडर कंपनी को बचे हुए पैसों का ही भुगतान करना होगा और यह सब सुविधाएं वेंडर कंपनी के ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध है।
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बिजली विक्रय से होगी आमदनी
रूफटॉप सोलर योजना के तहत किसान अपने घर की छत पर सोलर पैनल यंत्र को लगाएंगे तो इसके साथ ही नेट मीटर और जनरेशन मीटर भी लगाए जाएंगे जिसका यह भी उपभोक्ता कोही वाहन करना होगा।
नेट मीटर लगाने से फायदा यह होगा कि किसान सोलर पैनल से उत्पादित की गई है बिजली और कंपनी को बेची गई बिजली की गणना इसके माध्यम से देख सकेंगे।
सब्सिडी पर सोलर पैनल प्राप्त करने के लिए आवेदन
सरकार के रूफटॉप सोलर योजना से संबंधित आपको संपूर्ण जानकारी कंपनी के पोर्टल mpez.co.in पर उपलब्ध हो जाएगी।
उपभोक्ता सोलर पैनल संयंत्र लगवाने के लिए “स्मार्ट बिजली एप” के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं, जिसमें के जरूरी दस्तावेज के रूप में आधार कार्ड और अपना फोटो अपलोड करना होगा।
वेंडर कंपनियों से ही रूफटॉप सोलर प्लांट लगवाना होगा
योजना में सब्सिडी प्राप्त करने के लिए सरकार द्वारा चुने गए वेंडर कंपनियों से ही रूफटॉप सोलर प्लांट लगवाना होगा ताकि सोलर पैनल एवं अन्य उपकरण की स्थापना मंत्रालय के द्वारा निर्धारित मानक एवं निर्देशों के अनुसार हो सके।
इससे फायदा उपभोक्ता को यह भी होगा कि वेंडर्स कंपनी द्वारा रूफटॉप सोलर प्लांट पर 5 वर्षों का रखरखाव प्रदान किया जाता है।
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