जल्द से जल्द E-KYC की प्रक्रिया पूर्ण कराएं
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के हितग्राहियों से आग्रह किया है कि – वे अपने बैंक खाते को अपने आधार कार्ड के नम्बर से लिंक कराएंं, साथ ही निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर- सीएससी अथवा कियोस्क सेंटर जाकर ओटीपी, बायोमैट्रिक के जरिये E-KYC की प्रक्रिया पूर्ण कराएं ।
जिससे उन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की अगली किस्त प्राप्त हो सके । उल्लेखनीय है कि – भारत सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत हितग्राहियों को प्रत्येक चार महिने के अंतराल में तीन बराबर किस्तों में दो- दो हजार रुपए के मान से एक वर्ष में कुल 6 हजार रुपए का लाभ दिया जाता है।
इस योजना के जिले के सभी हितग्राहियों की ई- केवायसी की प्रक्रिया पोर्टल पर पूर्ण की जानी है। हितग्राही कृषक की ई- केवायसी नहीं होने एवं उनके बैंक खाते के आधार नम्बर से लिंक नहीं होने पर इस योजना की अगली किस्त प्राप्त नहीं हो सकेगी ।
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किसान खुद कर सकेंगे 15 अगस्त तक गिरदावरी
अधीक्षक भू- अभिलेख ने बताया कि किसान ई – गिरदावरी अपनाएं, खेत से ही स्वयं फसल की जानकारी दर्ज कराएं और समय – सीमा में फसल की जानकारी 20 जुलाई से 15 अगस्त 2022 तक दर्ज कर सकते हैं।
जियो फेंस तकनीक से खेत के फोटो सहित आपत्ति दर्ज की जा सकती है। दर्ज फसल के संबंध में आपत्ति एप के माध्यम से 5 सितम्बर तक दर्ज की जा सकती है। जिले के सभी किसानों से आग्रह किया गया है कि – वे अपने खसरों में फसल गिरदावरी की जानकारी शासन द्वारा निर्धारित समय सीमा में दर्ज करें।
उल्लेखनीय है कि – गिरदावरी की उपयोगिता प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभ के लिए किसान क्रेडिट कार्ड, फसल ऋण एवं कृषि ऋण न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपज उपार्जन के लिए, फसल हानि की स्थिति के आंकलन में आवश्यक कृषि योजनाओं के विभिन्न आवेदनों में उपयोगी एमपी किसान एप है ।
ऐसे दर्ज करें अपनी जानकारी
मध्यप्रदेश शासन प्रक्रिया गूगल प्ले स्टोर से एमपी किसान एप डाउनलोड करें और लॉगिन करें, फसल स्व – घोषणा, दावा आपत्ति ऑप्शन पर क्लिक कर अपने खाते को जोड़ें प्लस ऑप्शन पर क्लिक कर जिला तहसील, ग्राम, खसरा आदि का चयन करें ।
और खसरे पर क्लिक करने पर सैटेलाइट के माध्यम से संभावित फसल की जानकारी मिलेगी । सहमत होने पर एक क्लिक करते ही खेत पर खड़े होकर यही जानकारी दर्ज हो जाएगी।
सैटेलाइट की जानकारी न होने अथवा सैटेलाइट की जानकारी से असहमत होने पर फसल की जानकारी खेत में खड़े होकर लाइव फोटो के साथ दर्ज करें ।
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