कृषि में ड्रोन तकनीक के आने से किसानों को फायदे 

कीटनाशक कम समय में छिड़काव 

यह फसलों में सही मात्रा में कीटनाशक और उर्वरकों का तेजी से छिड़काव भी कर सकता है, जिससे जमीन की शुद्धता भी बनी रहती है

फसल की मॉनिटरिंग 

ड्रोन कैमरे से लैस युक्त ड्रोन कृषि फसलों को स्कैन करते हुए फसल की उचित समय पर निगरानी करने में मदद करते हैं। 

किसी भी फसल में कीटों, बीमारियों या खराबी की जांच की जा सकती है और उचित समय पर इससे निपटा जा सकता है। 

ड्रोन कैमरों का उपयोग कृषि जल संसाधनों जैसे कि नदियों, नालों, तालाबों और कुएं की समीक्षा करने के लिए किया जाता है। इससे निर्णय लिया जा सकता है कि कृषि उपज के लिए जल संसाधनों का उपयोग कैसे किया जाए। 

भूमि की उपज की कुछ विशेषताओं को देखा जा सकता है जैसे कि उपज के रंग, संरचना, उचाई, गहनता, आदि। इससे फसल उत्पादन में सुधार किया जा सकता है। 

फसल की मॉनिटरिंग 

ड्रोन मुश्किल से 15-20 मिनट में लगभग 2.5 एकड़ (1 हेक्टेयर) भूमि में कीटनाशकों/उर्वरकों का छिडकाव कर देता है। इसके बिना दो-तीन मजदूरों की आवश्यकता होती है।  

मजदूर और समय की बचत

उर्वरकों का छिडकाव बड़ी ही आसानी से ड्रोन के द्वारा किया जा सकता है, जो किसान की महनत को काम कर देता है 

उर्वरकों का छिडकाव 

ड्रोन के माध्यम से समय पर खराब फसलों की भी जांच की जा सकती है जिससे कि फसलों के नुकसान को रोका जा सकता है। 

फसल उत्पादन को बढ़ावा 

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