इन समय मध्य प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है, इसके बीच प्रदेश के किसानों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है, दरअसल सरकार ने ऐलान किया है कि – भारी बारिश से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई सरकार करेगी।
प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि सीएम शिवराज के निर्देश के बाद नुकसान के आंकलन के लिए सर्वे शुरू कर दिया गया है.
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मंत्री कमल पटेल ने बताया
कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि नवंबर तक किसानों के खातों में पैसे भेज दिए जाएंगे, किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, सरकार उनके नुकसान की पूरी भरपाई करेगी।
जल्द ही नुकसान के आंकलन के लिए सैटेलाइट से सर्वे शुरू हो जाएगा, कमल पटेल ने कहा कि – शिवराज सरकार, किसानों की सरकार है ।
गौरतलब है कि – प्रदेश में भारी बारिश से खरीफ की फसलों को नुकसान पहुंचा है। खेतों में पानी भरने के कारण सोयाबीन, मूंग, उड़द, तुअर, मक्का, सब्जी सहित अन्य फसलें प्रभावित हुई हैं।
सोयाबीन सहित अन्य खरीफ फसलें को पानी से नुकसान
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि – सोयाबीन सहित अन्य खरीफ फसलें ज्यादा समय तक पानी में नहीं रह सकतीं हैं, भोपाल, रायसेन, विदिशा, सीहोर, हरदा सहित अन्य जिलों में भारी बारिश से खेतों में पानी भर गया है।
अभी तक 135 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों को बुवाई हो चुकी है, इनमें से सबसे ज्यादा 50 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिर्फ सोयाबीन की बुवाई हुई है, इसके बाद धान की 28 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बोवनी हुई है।
किसान फसल की कितनी बूवाई की गयी
प्रदेश में –
- मक्का की बुवाई करीब 14 लाख हेक्टेयर,
- तुअर ढाई लाख हेक्टेयर,
- उड़द करीब 20 लाख हेक्टेयर,
- मूंगफली 2 लाख हेक्टेयर,
- कपास 6 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की गई है।
इनके अलावा बाजरा, अरहर, मूंग, तिल, ज्वार की भी लाखों हेक्टेयर में बुवाई की गई है।
कहाँ कितनी बारिश हुई
भारी बारिश की बात करें तो –
- इंदौर में अभी तक 27 इंच से ज्यादा औसत बारिश हो चुकी है।
- महू में 597 मिलीमीटर,
- सांवेर में 703 मिलीमीटर,
- देपालपुर में 787 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है।
- इंदौर में अभी तक 831 मिलीमीटर।
इसके अलावा भोपाल, रायसेन, पचमढ़ी, नर्मदापुरम, सागर, ग्वालियर, मंडला, नरसिंहपुर, गुना, जबलपुर, बैतूल, दमोह, रायसेन, उज्जैन, सिवनी, खंडवा, उमरिया, मलाजखंड, छिंदवाड़ा, नौगांव, धार, दतिया, सतना, रीवा, खजुराहो, सीधी में भारी बारिश हुई है।
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