तुअर दाल की कीमतों में उछाल, देखे दालों के नए भाव – Tur dal price

आपकी थाली थोड़ी और महंगी हो गई है, क्योंकि टमाटर के बाद दालों के भाव (Tur dal price) बढ़ रहे हैं। अगर ऐसे ही भाव बढ़ते रहें तो मुमकिन है, कि आने वाले महीनों में आपकी थाली से दाल गायब हो जाए। अरहर यानी तूअर की दाल पिछले कुछ दिनों में 150 से 200 रुपये किलो तक के भाव पर पहुंच गई है।

अरहर या तूअर की दाल की बात करे तो पिछले महीने यह दाल सौ से 110 रुपये किलो (toor dal price 1 kg) तक बिक रही थी। ऑनलाइन ग्रॉसरी प्लेटफार्म्स पर भी अरहर की दाल के भाव 190 से 225 रुपये प्रति किलो तक थे। ऐसा ही हाल किराने की दुकानों में भी है, इस समय यह उछाल जारी है, और सरकार की कोशिशों के बावजूद अरहर दाल की कीमतों (Tur dal price) में कमी नहीं देखी जा रही है।

बफर स्टॉक से दाल जारी करने का निर्णय

हालांकि, 27 जून को केन्द्र सरकार ने दाल के बफर स्टॉक से दाल जारी करने का निर्णय लिया है, लेकिन इन दिनों टमाटर भी सौ रुपये किलो बिक रहा है। दाल और टमाटर दोनों की महंगाई से आम लोगों की थाली का बजट ही गड़बड़ा गया है।

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अरहर दाल की कीमत बढ़ने के क्या कारण है ? 

केंद्र सरकार ने इसी महीने की दो तारीख को जमाखोरी और गैर-कानूनी सट्टेबाजी रोकने के लिए आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 को लागू करके अरहर और उड़द की भंडारण सीमा लागू की थी। इस आदेश के तहत, 31 अक्टूबर 2023 तक सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए अरहर और उड़द की स्टॉक सीमा निर्धारित की गई है।

दालों के लिए भंडारण सीमा

इसमें सभी प्रकार की दालों के लिए व्यक्तिगत रूप से भंडारण सीमा लागू हुई है।

  • थोक विक्रेताओं के लिए 200 मीट्रिक टन,
  • खुदरा विक्रेताओं के लिए 5 मीट्रिक टन,
  • बड़ी श्रृंखला वाले खुदरा विक्रेताओं के लिए प्रत्येक खुदरा दुकान पर पांच मीट्रिक टन, डिपो पर 200 मीट्रिक टन

मिल मालिकों के लिए उत्पादन के अंतिम तीन महीने या वार्षिक क्षमता का 25 प्रतिशत (जो भी अधिक हो) भंडारण सीमा है, इस आदेश के तहत, इन संस्थाओं को अपने पोर्टल पर स्टॉक स्थिति की घोषणा करना भी अनिवार्य कर दिया गया है।

जानिए दालों के भाव क्या हैं – Prices of pulses

इन दिनों अलग-अलग शहरों में दालों के भाव (pulses Prices) बेहद चढ़ गए हैं, हाल ही में अरहर के भावों में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है। इसके कारण आम आदमी पर बोझ और वारदात बढ़ गई है, क्योंकि भारत में अरहर की दाल ही सबसे अधिक मात्रा में खाई जाती है।

दालों के भाव प्रति किलो – (Tur dal price per Kg)

दाल का नामदाल के पहले के भावदाल के अब के भाव
अरहर90-100180-200
उड़द छिलका80-8590-100
उड़द धुली90-95135-140
मूंग छिलका75-8090-95
मसूर दाल60-6570-75
चना दाल50-5555-60
काबुली चना95-100110-115

केन्द्र सरकार ने अपने बफर स्टॉक से पूर्ति की घोषणा

केन्द्र सरकार ने अपने बफर स्टॉक से पूर्ति की घोषणा की है, अरहर की बढ़ती कीमतों (Rising prices of Arhar) पर काबू पाने के लिए केन्द्र सरकार ने एक्शन लिया है। हालांकि, यह अगले कुछ दिनों में पता चलेगा कि इसका कितना असर होगा। दरअसल, केन्द्र सरकार ने 27 जून को भारत में आयात की जाने वाली दालों का नया स्टॉक (stock of pulses) आने तक बफर स्टॉक, यानी राष्ट्रीय सुरक्षित भंडार, से दाल रिलीज करने का निर्णय लिया है।

इसके लिए खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के उपभोक्ता मामले विभाग ने राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नेफेड) और राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) को आम लोगों के लिए अरहर की मिलिंग के लिए मिल मालिकों को ऑनलाइन नीलामी के माध्यम से अरहर उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।

बढ़ती कीमतों पर सरकार का क्या कहना है ? 

सरकार का कहना है, कि भंडारण सीमा आदेश को लागू करने और पोर्टल पर स्टॉक का खुलासा करने की स्थिति की उपभोक्ता मामले विभाग और राज्य सरकारों की ओर से लगातार निगरानी की जा रही है।

इस संबंध में, सेंट्रल वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन (सीडब्ल्यूसी) और राज्य वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन (एसडब्ल्यूसी) के गोदामों में विभिन्न संस्थाओं द्वारा रखे गए स्टॉक, बाजार के दिग्गजों द्वारा बैंकों के पास गिरवी रखे गए स्टॉक आदि के आंकड़ों और स्टॉक प्रकटीकरण पोर्टल पर घोषित मात्रा की परस्पर जांच की गई है।

दालों की बढ़ती कीमतों के बीच सरकार का कहना है कि राज्य सरकारें अपने-अपने राज्यों में दाल की कीमतों पर लगातार निगरानी रख रही हैं। साथ ही भंडारण सीमा आदेश का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए भंडार करने वाली संस्थाओं की भंडारण स्थिति का निरंतर मॉनिटरिंग भी कर रही हैं।

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