मध्य प्रदेश में नई सरकार ने उज्जैन में चना अनुसंधान संस्थान और डिंडौरी में श्री अन्न अनुसंधान संस्थान की स्थापना करने का निर्णय लिया है। सोयाबीन फसल के सहकारी तेल मिल स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा एवं दालों के उत्पादन में वृद्धि के लिए मध्य प्रदेश में “मिशन दाल” को शुरू किया जाएगा।
श्री अन्न उत्पादकों को प्रति एकड़ मिलेंगे 1,000 रुपये
श्री अन्न की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के अंतर्गत श्री अन्न उत्पादकों को प्रति एकड़ प्रति फसल 1,000 रुपये की सम्मान राशि प्रदान की जाएगी।
श्री अन्न की फसल को बोने जाने पर छोटे एवं सीमांत किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में देय प्रीमियम में सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
मध्य प्रदेश में “मिशन दाल” का आरंभ
दालों के उत्पादन में वृद्धि के लिए मध्य प्रदेश में “मिशन दाल” का आरंभ किया जा रहा है, जिसका लक्ष्य है अगले 5 वर्षों में दाल के उत्पादन को बढ़ाना। सरकार ने एमएसपी पर अरहर, मूंग, उड़द, और मसूर जैसी सभी दालों की खरीद को और भी मजबूत बनाने का निर्णय लिया है।
इसके लिए दाल-विशिष्ट एफपीओ को स्थापित किया जाएगा। इस से दाल की प्रोसेसिंग एवं वैल्यू चेन को बढ़ावा मिलेगा।
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बागवानी क्षेत्र का विस्तार किया जाएगा
बागवानी क्षेत्र का विस्तार किया जाएगा, जिससे क्षेत्रफल 20 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर 30 लाख हेक्टेयर तक पहुंचाया जाएगा। मध्यप्रदेश फ्लोरीकल्चर मिशन के अंतर्गत, मध्यप्रदेश को फ्लोरीकल्चर के क्षेत्र में नंबर वन बनाने का प्रयास किया जाएगा।
हर ब्लॉक में होगी सरसों की खरीद
हर ब्लॉक में सरसों की खरीद को बढ़ावा देने का निर्णय लेते हुए, सरकार आने वाले वर्षों में सरसों उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए मध्यप्रदेश को देश के प्रमुख सरसों उत्पादक प्रदेशों में शामिल करेगी।
इस प्रक्रिया को सुधारते हुए, सरसों उत्पादक जिलों में प्रत्येक ब्लॉक में सरसों खरीद केंद्र स्थापित किए जाएंगे। सरसों के लिये किसान उत्पादक संगठन स्थापित किया जाएगी और उन्हें सहकारी तेल मिल स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा, जिससे किसानों को समृद्धि की दिशा में प्रेरित किया जा सकेगा।
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पशुपालन के लिए 10 लाख रुपए तक का लोन
शिक्षित युवाओं को पशुपालन में प्रोत्साहित करने के लिए, आचार्य विद्यासागर गौ संवर्धन योजना के तहत, मध्य प्रदेश सरकार ने 10 लाख रुपए तक का लोन प्रदान करने का निर्णय लिया है।
इस योजना के अंतर्गत, पशुओं की बीमारी या मृत्यु की स्थिति में, किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
मुफ्त बीमा और मुफ्त टीकाकरण
पशुधन बीमा योजना के अंतर्गत, सभी दुधारू और अन्य पशुओं के लिए मुफ्त बीमा और उनके रोगों के लिए मुफ्त टीकाकरण की सुविधा होगी।
सरकार किसानों की सुविधा के लिए पशु चिकित्सालय स्थापित करेगी और बीमार और सड़क हादसों में घायल पशुओं के उपचार के लिए पशु एम्बुलेंसों की संख्या बढ़ाएगी।
अगले 5 वर्षों के लिए सरकार की योजना
- एक गौवंश विहार स्थापित किया जाएगा और पशु एवं पोल्ट्री चारा निर्माण यूनिट्स की स्थापना की जाएगी, जिससे किसानों को उचित मूल्य पर चारा उपलब्ध होगा। इसके लिए मध्यप्रदेश पोल्ट्री विकास मिशन शुरू किया जाएगा।
- भोपाल में एक्वा पार्क का निर्माण किया जाएगा और बालाघाट, मंडला, शहडोल, छतरपुर और इंदौर में मछली बीज हैचरी यूनिट्स की संख्या बढ़ाई जाएगी।
- रेशम उत्पादन और मधुमक्खी को बढ़ावा देने के लिए भी सहायता की जाएगी, जिसमें किसानों को मधुमक्खी पालन, शहद उत्पादन, मधुमक्खियों के डिब्बे और टूलकिट का समर्थन मिलेगा।
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