किसानों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा जल्दी एक सीड ट्रेसेब्लिटी सिस्टम लॉन्च किया जाएगा, जिसके माध्यम से किसानों को उच्च गुणवत्ता के बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे संबंधित सभी जानकारी आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से देने जा रहे हैं।
जैसा कि आप सभी जानते ,हैं किसानों के लिए हमारी सरकार द्वारा कई योजनाएं एवं सिस्टम लागू किए जा रहे हैं, जिनसे की किसानों की आमदनी बढ़ने के साथ-साथ खेती को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
इसी संबंध में नरेंद्र मोदी ने यह सीड ट्रेसेबिलिटी सिस्टम (Seed Traceability System) लॉन्च करने का दावा किया है, इसके अंतर्गत किसानों को सभी प्रकार के अच्छी क्वालिटी के बीच उपलब्ध कराए जाएंगे जिससे कि इस सीड ट्रेड सेक्टर मैं गलत काम करने वाले लोगों पर लगाम लगाई जा सके है।
सीड ट्रेसेब्लिटी सिस्टम से किसे फायदा
आपको बता दें कि अभी हाल ही में दिल्ली में हुए दो दिवसीय इंडियन सीड कांग्रेस आयोजन जोकि दिल्ली की नेशनल सीड एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित किया गया था।
उसमें केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर जी ने बताया कि इस सिस्टम के लॉन्च होने से जो बीज क्षेत्र है, उसमें जो लोग अच्छा काम कर रहे हैं, उन्हें तथा सभी किसानों को इसका फायदा मिलेगा साथ ही साथ बीज का क्षेत्र भी विकसित होगा और सीड ट्रेड सेक्टर में कोई गलत काम भी नहीं होगा।
इस सिस्टम के तहत डेढ़ हजार कानून खत्म किए
सरकार द्वारा यह आश्वासन दिया गया है, कि सीड सेक्टर को सुचारू रूप से संचालित करने के दौरान यदि कोई समस्याएं आती हैं तो उन्हें पूरी तरह से ठीक करना सरकार की जिम्मेदारी है।
आपको बता दें कि यह System pm नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में लॉन्च होने वाला है, इसके अंतर्गत उन सभी कानूनों को खत्म कर दिया गया है, जो कि किसी व्यक्ति या संस्था के खिलाफ दुरुपयोग के लिए चले आ रहे हैं। जिससे कि उस संस्था या व्यक्ति के खिलाफ इन कानूनों का कोई भी गलत उपयोग ना कर सके।
सीड इंडस्ट्रीज के लिए रोडमैप बनाने की जरूरत
कृषि की दिशा एवं दशा दोनों में सुधार लाने के लिए रोड मैप का होना बहुत ही आवश्यक है। ऐसे में सीड इंडस्ट्री को रोड मैप बनाकर उस पर काम करने की जरूरत है, ताकि देश को आत्मनिर्भर बनाया जा सके और कृषि क्षेत्र में विकास हो सके।
जैसा कि आप सभी जानते हैं, भारत कृषि के क्षेत्र में सबसे पहला स्थान रखता है, ऐसे में हमारे देश में कुछ और ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें कि हम अभी थोड़े पीछे हैं, जैसे की कपास, तिलहन आदि।
यदि इन क्षेत्रों में भी हम विकास करें तो हमारे देश का चहुमुखी विकास होगा इसलिए तोमर जी ने कहा है, कि आने वाले कल के लिए हम कुछ ऐसे प्रयास करें जिनसे कि हमारे देश की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके इसके लिए रोड मैप बनाना बहुत ही आवश्यक है।
आपको बता दें कि हमारी सरकार द्वारा कुछ और ऐसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जिनके माध्यम से भारत ने अपने कदम तेजी से आगे बढ़ाएं हैं जैसे ‘मेक इन इंडिया’ (Make in India), ‘ पीएम गति शक्ति’ कार्यक्रम आदि।
बढ़ती हुई आबादी कि आवश्यकताएं हम पूरा कर पाए
केंद्रीय मंत्री जी ने कहा है, कि आने वाले समय में हमारे देश की आबादी बहुत ही बढ़ने वाली है, तो हम यह सुनिश्चित करले कि 2050 तक इस बढ़ती हुई आबादी कि जो भी आवश्यकताएं होंगी उन्हें हम पूरा कर पाए और हम आत्मनिर्भर बन पाए साथ ही साथ कई ऐसी चुनौतियां जिनका सामना एवं समाधान हम बड़े ही आसानी से कर पाए और निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ते रहें यह सभी हमारे रोडमैप में शामिल होना चाहिए।
इसके साथ ही कृषि के क्षेत्र में निरंतर होने वाली प्रगति में बीज के क्षेत्र ने जो सहयोग प्रदान किया है उसकी सराहना करते हुए तोमर जी ने कहा है कि कृषि में सबसे महत्वपूर्ण होता है बीज।
बीज ही कृषि का विकास है, और कृषि का विकास ही सृष्टि का विकास है। आपकी कृषि की भूमि कैसी भी हो यदि उसमें उच्च गुणवत्ता वाले बीजों का उपयोग किया जा रहा है तो वह आपको लाभ ही प्रदान करेगा।
किसानों अच्छे बीजों का उपयोग करें
तो इस सिस्टम के अंतर्गत आप सभी किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। ऐसे में किसानों की जिम्मेदारी होती है, कि वह इन बीजों का उपयोग करें और मनुष्यों की जिम्मेदारी होती है कि वह इनका उपभोग करें, जिससे कि किसानों को भी लाभ मिले और मनुष्यो को भी उच्च गुणवत्ता का खाद्य पदार्थ प्राप्त हो सके।
इसके साथ ही तोमर जी ने कहा कि जलवायु के अनुरूप एवं बायोफोर्टीफाइड किस्मो के साथ ही बीजों की अच्छी किस्में विकसित करने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों से जुड़े सभी वैज्ञानिकों की भी सराहना करते हुए उनका हौसला बढ़ाया है, जिन्होंने इसमें अपना योगदान दिया है।
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