एचडीपीई बेड अनुदान : लगातार रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से जहां मिट्टी की उर्वरा शक्ति गिरती जा रही है, जिससे फसल उत्पादन की लागत भी बढ़ती जा रही है। इस परिस्थिति से निपटने के लिए सरकार द्वारा देश में जैविक एवं प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है।
सरकार द्वारा किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अनुदान दिया जाता है, मध्यप्रदेश उद्यानिकी विभाग ने राज्य के किसानों से वर्मी खाद इकाई/जैविक आदान उत्पादन के लिए आवेदन माँगे हैं।
इच्छुक किसान योजना के तहत 16 अगस्त 2022 के दिन सुबह 11 बजे आवेदन कर सकते हैं।
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इन जिलो के किसान को मिलेगा अनुदान
मध्यप्रदेश के उद्यानिकी विभाग द्वारा अभी राज्य के 32 ज़िलों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। योजना के तहत जारी लक्ष्य के विरुद्ध –
- भोपाल, होशंगाबाद,
- ग्वालियर, दतिया,
- उज्जैन, शाजापुर,
- मंडला, छतरपुर, दमोह,
- रायसेन, राजगढ़, बैतूल,
- गुना, अशोकनगर, इंदौर,
- खरगौन, खंडवा, बुरहानपुर,
- देवास, रतलाम, मंदसौर,
- नीमच, आगर-मालवा,
- सिंगरौली, सागर, अलीराजपुर
एवं धार ज़िलों के किसान आवेदन कर सकते हैं।
एचडीपीई बेड पर दिया जाने वाला अनुदान
सरकार द्वारा राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना चलाई जा रही है। योजना के तहत वर्मी खाद इकाई (एचडीपीई बेड) की खरीद पर 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है।
HDPE वर्मी बेड के लिए 96 घन फ़ीट (12x4x2) की प्रति इकाई लागत 16,000 रुपए निर्धारित की गई है, जिसपर किसानों को अधिकतम 8 हजार रुपए प्रति इकाई का अनुदान दिया जाता है।
अनुदान के लिए आवेदन कहाँ करें?
योजना का लाभ लेने के लिए राज्य के पात्र किसान उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, मध्य प्रदेश के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं ।
किसानों को आवेदन करते समय अपने पास
- फ़ोटो,
- आधार,
- खसरा नम्बर/B1/ पट्टे की प्रति,
- बैंक पासबुक,
- जाति प्रमाण पत्र आदि आवश्यक दस्तावेज अपने पास रखना होगा।
इसके अलावा किसान भाई यदि योजना के विषय में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो उधानिकी विभाग की वेबसाइट पर देख सकते हैं अथवा विकासखंड/जिला उद्यानिकी विभाग में संपर्क करें।
किसानों को आवेदन करने के लिए ऑनलाइन पंजीयन उद्यानिकी विभाग मध्यप्रदेश फार्मर्स सब्सिडी ट्रैकिंग सिस्टम https://mpfsts.mp.gov.in/mphd पर जाकर करना होगा।
अनुदान हेतु आवेदन करने के लिए क्लिक करें
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