काले टमाटर से बढ़ेगी किसानों की आमदनी, जानें इसकी खेती और खासियत 

काले टमाटर में विटामिन-सी की मात्रा सबसे अधिक होती है, इसमें लाल टमाटर की तुलना में ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। 

काले टमाटर खाने से रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है, यह डायबिटीज के मरीजों के लिए उपयोगी होता है, क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। 

काले टमाटर में लाल टमाटर की तुलना में ज्यादा लायकोपीन प्राप्त होता है, इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन को सुधारती है। 

यह एंटी-कैंसर गुणों से भरपूर होता है, क्योंकि इसमें अन्तिऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में होते हैं. काले टमाटर में आयरन की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर के रक्त को बढ़ाती है। 

 यह त्वचा के लिए उपयोगी होता है, क्योंकि इसमें लायकोपीन और विटामिन सी होता है. काले टमाटर का सेवन शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाता है और थकान को कम करता है। 

 यह हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करता है, क्योंकि इसमें पोटैशियम और विटामिन सी पाए जाते हैं. काले टमाटर का सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में सहायक होता है। 

इसमें प्रोविटामिन-ए की मात्रा अधिक होती है, जो आँखों के स्वास्थ्य को बढ़ाता है, यह मसूड़ों और दांतों के स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करता है। 

काले टमाटर में लिकोपीन होता है, जो कैंसर के खिलाफ लड़ाई में मददगार होता है, यह बालों के स्वास्थ्य को बढ़ाता है और बालों को मजबूती देता है। 

1काले टमाटर में अन्तानस्थ तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को शांति और आराम प्रदान करते हैं, इसका सेवन मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। 

काले टमाटर की खेती वातावरण के लिए अनुकूल होती है, क्योंकि इसके लिए ज्यादा उत्पादन में कीटनाशकों की कमी होती है, यह टमाटर खाने में स्वादिष्ट होता है और विभिन्न व्यंजनों में उपयोग किया जा सकता है.

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