राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन के बारे मे
वर्ष 2007 – 08 से केंद्रीय प्रायोजित स्कीम राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन शुरू किया गया है | राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन के 5 घटक है.-
- राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन (एन.एफ.एस.एम. – धान)
- राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन (एन.एफ.एस.एम. – गेंहू)
- राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन (एन.एफ.एस.एम. – दलहन)
- राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन (एन.एफ.एस.एम. – मोटा अनाज – मक्का, बाजरा एवं लघु अनाज)
- राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन (एन.एफ.एस.एम. – नगदी फसलें – कपास एवं गन्ना)
मध्य प्रदेश राज्य में यह योजना 1 अक्टूबर 2007 से प्रारंभ हुई है, जिसमें राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन गेंहू एवं दलहन सम्मिलित किये गये हैं | वर्ष 2008 – 09 से धान को तथा 12 वी. पंचवर्षीय योजनान्तर्गत वर्ष 2014 – 15 से मोटा अनाज एवं नगदी फसलों को भी सम्मिलित किया गया है |
मिशन के मुख्य उददेश्य क्या है ?
मिशन के मुख्य उददेश्य राज्य के अभिज्ञात जिलों में क्षेत्र विस्तार और सतत रीती से उत्पादकता वर्धन के माध्यम से धान, गेंहू और दलहनों के उत्पादन में बढ़ोतरी करना, मृदा उर्वरता और उत्पादकता का संरक्षण करना, रोजगार अवसरों का सृजन तथा प्रक्षेत्र पर आर्थिक लाभ बढ़ाना ताकि किसानों में आत्म विश्वास पैदा हो सके |
राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन भारत सरकार के 60:40 प्रतिशत केन्द्र एवं राज्य की सहभागिता से चल रही है |
- राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन धान – 8 जिलों – कटनी, मंडला, डिंडौरी, दमोह, पन्ना, रीवा, सीधी तथा अनुपुर में चल रही है |
- राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन गेंहू 16 जिलों – अशोक नगर, छतरपुर, गुना, कटनी,खंडवा, पन्ना, रायसेन, राजगढ़, रीवा, सागर, सतना, सिवनी, शिवपुरी, सीधी, टीकमगढ़ तथा विदिशा में संचालित है |
- राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन दलहन सभी 51 जिलों में चल रही है |
- राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन मोटा अनाज 16 जिलों – छिंदवाडा, मंडला, डिंडौरी, सिंगरौली, धार, झाबुआ, खरगौन, बडवानी, अलीराजपुर, मंदसौर, शाजापुर, मुरैना, शिवपुरी, राजगढ़, बैतूल तथा रतलाम में संचालित है |
- राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन – कपास के लिये चयनित 10 जिले हैं – छिंदवाडा, धार, झाबुवा, खरगौन, बड़वानी, खंडवा, बुराहनपुर, अलीराजपुर, रतलाम और देवास |
- राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा मिशन – गन्ना में प्रदेश के 8 जिलों – नरसिंहपुर, हरदा, होशंगाबाद, बैतूल, खरगौन, बड़वानी, बुराहनपुर व ग्वालियर जिले सम्मिलित हैं |
राष्ट्रीय खाद सुरक्षा मिशन अन्तर्गत दलहनी, धान, गेंहू, मोटा अनाज, एवं नगदी फसलों में क्लस्टर डिमोन्सट्रेशन, प्रमाणित बीज का वितरण, आई.एन.एम. घटक अन्तर्गत कार्यक्रम, संसाधन संरक्षण यंत्र वितरण, सिंचाई यंत्र वितरण, डीजल पम्प वितरण, फसल आधारित प्रशिक्षण, दलहन, गेंहू एवं मोटा अनाज अन्तर्गत पाईप लईनों का वितरण एवं धान अन्तर्गत उड़ावनी पंखा, पेडी/ मल्टी थ्रेशर, सेल्फ प्रोपोल्ड पेडी ट्रांसप्लांट वितरण एवं कस्टम हायरिंग आदि प्रमुख घटक हैं |
इनमें दिये जाने वाले अनुदानों का विवरण निम्नानुसार हैं –
घटक | अनुदान का वितरण | रा.खा.सु.मि. के अन्तर्गत जिन फसलों के लिये लागू हैं | |||
धान | गेंहू | दलहन | मोटे अनाज | ||
फसल प्रदर्शन – | |||||
उन्नत आदान प्रदर्शन – धान / गेंहू / कपास | रु. 7500 /- प्रति हैक्टर | √ | √ | √ | |
उन्नत आदान प्रदर्शन – मोटा अनाज | रु. 5000 /- प्रति हैक्टर | √ | |||
प्रदर्शन – फसल पद्धति आधारित | रु. 12500 /- प्रति हैक्टर | √ | √ | √ | |
बीज वितरण | |||||
विपुल उत्पादक किस्में – धान तथा गेंहू | रु. 10 /- प्रति कीलो या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | ||
विपुल उत्पादक किस्में – धान तथा गेंहू | रु. 25 /- प्रति कीलो या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | |||
संकर किस्में – धान व मोटा अनाज | रु. 50 /- प्रति कीलो या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | ||
विपुल उत्पादक किस्में – धान तथा गेंहू | रु. 15 /- प्रति कीलो या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | |||
प्रक्षेत्र यंत्रीकरण | |||||
कोनोवीडर | रु. 600 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | |||
हस्तचलित स्प्रेयर/ नेपसेक / पद चलित | रु. 600 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | √ | |
धान का ड्रम सीडर | रु. 1500 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | |||
पावर स्प्रेयर | रु. 3000 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | √ | |
हस्तचलित चैफ कटर | रु. 5000 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | ||||
गहरी जुताई के लिये चीसलर | रु. 8000 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | ||
स्प्रिंकलर सेट | रु. 10000 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | ||
पंप सेट – 10 हार्स पावर तक | रु. 10000 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | √ | |
ट्रेक्टर माउंटेड स्प्रेयर | रु. 10000 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | ||
सीड ड्रिल | रु. 15000 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | √ | |
जीरो टिल सीड ड्रिल | रु. 1500 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | ||
मल्टी काप प्लांट | रु. 1500 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | √ | |
जीरो टिल मल्टी काप प्लांट | रु. 1500 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | √ | |
रिज फरो प्लांट | रु. 15000 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | |||
पावर वीडर | रु. 15000 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | ||
पावर लाइन | रु. 25 /- प्रति मीटर या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | अधिकतम सीमा 600 मीटर तथा अधिकतम लागत रु. 15000/- | √ | √ | √ | |
मोबाइल रेन गन | रु. 15000 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | ||
शक्ति चलित शेफ कटर | रु. 20000 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | ||||
रोटावेटर / टर्बो सीडर | रु. 35000 /- प्रति यंत्र या कीमत का 75 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | √ | |
पैडी थ्रेशर / मल्टी काप थ्रेशर | रु. 4000 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | √ | |
लेसर लेंड लेवेलर | रु. 1.50 लाख प्रति | √ | √ | √ | |
सेल्फ प्रोपेल्ड पैडी ट्रांसप्लांट | रु. 75000 /- प्रति यंत्र या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | |||
पौध संरक्षण | |||||
पौध संरक्षण रसायन व बायो पेस्टिसाड्स | रु. 500 /- प्रति हैक्टर या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | √ | |
वीडीसाइडस | रु. 500 /- प्रति हैक्टर या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | √ | |
सूक्ष्म पोषक तत्व और भूमि सुधारक तत्व | |||||
जिप्सम/ फास्फो जिप्सम / बेन्टोंनाइट सल्फर | रु. 750 /- प्रति हैक्टर या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | ||
माइक्रो न्यूट्रीयेंट्स | रु. 500 /- प्रति हैक्टर या कीमत का 50 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ | √ | √ | |
बायो फर्टीलाइजर्स (राइजोबीयम / पीएसबी) | रु. 500 /- प्रति हैक्टर या कीमत का 300 प्रतिशत, जो भी कम हो | | √ |
इसके अतिरिक्त राखासुमि – कपास में विभाग की और से अग्र पंक्ति प्रदर्शन – देसी और ईएलएस कपास / ईएलएस कपास बीज उत्पादन (10 कपास के चक में) हेतु कुल रु. 8000 प्रति हैक्टर, अग्र पंक्ति प्रदर्शन अंतरवर्ती खेती (10 हैक्टर के चक में) हेतु कुल रु. 7000 प्रति हैक्टर तथा सघन पौध रोपण पद्धति की ट्रायल्स (10 हैक्टर के चक में) हेतु रु. 9000 प्रति हैक्टर की सहायता दी जाती है |
गन्ना आधारित फसल पद्धति के लिए गन्ने के अंतरवर्ती खेती पर प्रदर्शन और सिंगल बड चिप तकनिकी (10 हैक्टर के चक में) प्रदर्शन के लिये रु. 8000 प्रति हैक्टर तथा 20 अधिकारियों के दो दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण हेतु रु. 40,000 प्रति प्रशिक्षण का प्रावधान है |
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