नमस्ते किसान भाइयों आज हम आपको बताने जा रहे हैं, एक बेहद महत्वपूर्ण पहल के बारे में जिसे हमारे देश के 12 राज्यों में शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम का नाम है, कृषि सखी कार्यक्रम (Krishi Sakhi Program)
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें खेती के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त करना है।
किन राज्यों मे की गई कृषि सखी की शुरूआत
यह कार्यक्रम गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, झारखंड, मेघालय, राजस्थान, और महाराष्ट्र में शुरू किया गया है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्या सपना है ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि तीन करोड़ लखपति दीदी (Lakhpati Didis) बनें। अब तक, इस संकल्प के तहत एक करोड़ लखपति दीदी बन चुकी हैं।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षित करके कृषि सखी (Krishi Sakhis) तैयार करना है, जो किसानों की मदद करेंगी और सालाना 60-80 हजार रुपये तक की अतिरिक्त आय अर्जित करेंगी।
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34 हजार से अधिक महिलाओं को फायदा
कृषि सखी कार्यक्रम के तहत अब तक 34,000 से अधिक महिलाओं को पैरा-एक्सटेंशन वर्कर (Para-Extension Workers) के रूप में प्रमाणित किया जा चुका है।
इन्हें विभिन्न कृषि पद्धतियों का व्यापक प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वे अपने साथी किसानों को प्रभावी ढंग से सहायता और मार्गदर्शन दे सकें।
70 हजार कृषि सखियों (Krishi Sakhis) का लक्ष्य
इस कार्यक्रम का लक्ष्य 70,000 कृषि सखियों (Krishi Sakhis) को प्रशिक्षण देना है। अभी तक 34,000 सखियों ने प्रमाण पत्र प्राप्त कर लिया है और काम शुरू कर दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आज वाराणसी में 30,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों (self-help groups) को प्रमाण पत्र प्रदान किए हैं। इस कार्यक्रम में पूरे देश से लगभग 2.5 करोड़ किसान शामिल हो रहे हैं।
तो किसान भाइयों, यह था कृषि सखी कार्यक्रम का संक्षिप्त परिचय। इस पहल से न केवल ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाया जा रहा है, बल्कि हमारे देश की खेती और किसानों को भी नई दिशा मिल रही है।
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