मध्यप्रदेश में गेहूँ उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार ने बनाई रणनीति मध्य प्रदेश में गेहूँ उत्पादन में अग्रणी बनने की ओर अग्रसर है। अधिक उपज देने वाली किस्में को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मध्य प्रदेश में वर्ष 2020-21 में सर्वाधिक 129.42 लाख मीट्रिक टन (15.94 लाख किसान) और वर्ष 2021-22 में 128.15 लाख मीट्रिक टन (17.25 लाख किसान) की दूसरी सबसे अधिक खरीद दर्ज की गई। वित्तीय वर्ष 2022-23 में किसानों को MSP से भी बेहतर कीमत मिली।
मध्यप्रदेश सरकार की रणनीति
किसानों को बेहतर कीमत दिलाने की योजना के लिए सरकार शरबती गेहूं के लिए GI टैग पाने की प्रक्रिया कर रही है।
इससे शरबती गेहूं की बेहतर कीमत हासिल करने में मदद मिलेगी।
खरीद के लिए 4500 से अधिक उपार्जन केंद्र
किसानों से सीधी खरीद के लिए 4500 से अधिक उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए हैं। इससे राज्य सरकार को बढ़े हुए उत्पादन के प्रबंधन में मदद मिलेगी।
मध्य प्रदेश में नहर सिंचाई के तहत 43 लाख हेक्टेयर क्षेत्र है, जो उत्पादन बढ़ाने के लिए फसल के महत्वपूर्ण चरण में समय पर सिंचाई की उपलब्धता सुनिश्चित करता है।
अधिक उपज देने वाली किस्में
रबी फसलों की बुआई का काम जल्द शुरू हो जायेगा, देश में रबी फसलों में सबसे अधिक गेहूं की खेती की जाती है। ऐसे में गेहूं का उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने के लिए गेहूं की नई एवं विकसित किस्मों का प्रयोग करना आवश्यक है।
राज्य में वर्तमान रबी सीजन के लिए विपुल उत्पादन देने वाली किस्में इस प्रकार है।
किस्में | उपज क्षमता क्विंटल /हेक्टेयर | औसत उपज क्विंटल /हेक्टेयर |
पूसा तेजस, (HI-8759) Duram | 70.00 | 57.00 |
पूसा अनमोल, (HI-8737) Duram | 65.00 | 53.04 |
पूसा मालवी, (एचडी-4728) दुरम | 68.00 | 54.02 |
JW-3382 | 68.00 | 59.02 |
Raj-4238 | 55.00 | 45.50 |
किस्म का चयन करना एक चुनौतीपूर्ण काम
किसान अधिक पैदावार के लिए कौन सी किस्म का चयन करें यह चुनौती पूर्ण काम है। पिछले कुछ वर्षों में कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा बहुत सी नई क़िस्में विकसित की गई हैं।
जो अलग-अलग क्षेत्रों एवं परिस्थितियों के अनुकूल एवं अलग-अलग रोगों के प्रति सहनशील भी होती है। जिससे कृषि की लागत तो कम होती ही है साथ ही पैदावार में भी वृद्धि होती है।
शरबती गेहूं की किस्में
मध्य प्रदेश में लगभग 9.00 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में शरबती गेहूं उगाया जा रहा है। शरबती गेहूं की प्रमुख किस्में…..
- C-306,
- सुजाता (HI-617) JWS 17,
- अमर (HW 2004),
- अमृता (HI 1500),
- हर्षिता (HI 1531),
- HD 2987, JW – 3173 आदि लोकप्रिय हैं।
ड्यूरम गेहूं की किस्में
राज्य में लगभग 16.00 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में ड्यूरम गेहूं उगाया जा रहा है।
- ड्यूरम गेहूं पूसा अनमोल (HI – 8737),
- पूसा मालवी (HD – 4728),
- पूसा तेजस (HI 8759),
- मालवश्री (HI – 8381),
- मालव शक्ति (HI- 8498),
- मालव रत्न (HD-4672),
- MP0 – 1215, पूसा मंगल (HI-8713),
- पूसा पोषण (HI 8663), JW-1255,
- JW- 1106 आदि प्रमुख किस्में लोकप्रिय हैं।
सामान्य गेहूं की किस्में
राज्य में सामान्य गेहूं लगभग 75.00 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में उगाया जा रहा है।
- लोक-1, जीडब्ल्यू – 322,
- जीडब्ल्यू – 273, जीडब्ल्यू – 366,
- जीडब्ल्यू – 173,
- एमपी – 1203,
- आरवीडब्ल्यू – 4106,
- जीडब्ल्यू – 451, जीडब्ल्यू 3288,
- जेडब्ल्यू – 3211,
- जीडब्ल्यू – 3382,
- जेडब्ल्यू – 1358
आदि प्रमुख किस्में लोकप्रिय हैं।
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