पशुपालकों को दिया जायेगा 5 लाख रुपए तक का गोपाल रत्न पुरस्कार

देश में दूध के उत्पादन को बढ़ाने के लिए और किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए समय-समय पर सरकार द्वारा कई कार्यक्रम और योजनाएं किसान के लिए लाई जाती है, इसी क्रम में डेयरी किसानों को प्रोत्साहित करने और उन्हें बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर गोपाल रत्न पुरस्कार (Gopal Ratna Award) की शुरुआत की गई है।

यह पुरस्कार डेयरी क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले किसानों को दिया जाएगा जिसके अंतर्गत डेयरी किसानों को ₹5 लाख तक का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

पुरस्कार हेतु पशुपालक का चुनाव

इस पुरस्कार की प्राप्ति हेतु सबसे पहले डेयरी किसानों को इसके लिए आवेदन करना होगा, उसके पश्चात पुरस्कार के लिए सभी पात्र किसानों की घोषणा की जाएगी और जो भी किसान विजेता होगा उसे 26 नवंबर 2022 को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर पुरस्कार प्रदान कर दिया जाएगा।

आवेदन की अंतिम तारीख

इस पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए देश भर सभी किसान आवेदन कर सकते हैं, यदि हम इसके आवेदन की अंतिम तिथि की बात करें तो यह 15 सितंबर 2022 है

इसके पहले रुचि रखने वाले किसान को आवेदन करना होगा आइए इस पुरस्कार के संबंध में और अधिक जानकारी जानते हैं।

श्री गोपाल रत्न पुरस्कार क्या है ?

गोपाल रत्न पुरस्कार की शुरुआत सन 2017 में मत्स्य पालन, पशुपालन, और डेयरी मंत्रालय द्वारा की गई थी। यह पुरस्कार किसानों को देने का मुख्य उद्देश्य देश में पशुधन को समृद्ध बनाना और दूध उत्पादन को बढ़ाना है।

इसीलिए यह पुरस्कार उन्हीं किसानों को दिया जाता है, जो कि – पशुपालन क्षेत्र में अच्छा उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। इस योजना के अंतर्गत देश के पशुपालक किसान, डेयरी सहकारी समिति, कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन, दूध उत्पादक कंपनी पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकते हैं।

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राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2022 के लिए आवेदन

दूध का उत्पादन करने वाले किसान और दूध उत्पादन क्षेत्र में काम करने वाले अन्य सभी व्यक्ति और दूध से संबंधित अन्य सभी उत्पादको बाजार तक सरलता से पहुंच प्रदान करने वाली डेयरी सरकारी समितियों को प्रोत्साहन करने के उद्देश्य से अलग-अलग श्रेणियों में वर्ष 2022 गोपाल रत्न पुरस्कार (Gopal Ratna Award) प्रदान किया जाना है।

इस हेतु विभाग की ओर से आवेदन मांगे गए हैं, सभी इच्छुक किसान इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।

किन श्रेणी में दिया जाएगा पुरस्कार

राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत दिए जाने वाले गोपाल रत्न पुरस्कार को इन तीन अलग-अलग श्रेणियों में दिया जाएगा आइए जानते इसके बारे में –

देसी गाय या भैंस की नस्ल को पालने वाले किसानों को :- पुरस्कार उन किसानों को प्रदान किया जाएगा जो कि देसी गाय या भैंस की नस्ल का पालन करते हैं, इस हेतु सर्वश्रेष्ठ किसान का चुनाव कर उसे गोपाल रत्न पुरस्कार दिया जाएगा।

सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन को :- कृत्रिम गर्भाधान के द्वारा दूध उत्पादन को बढ़ाने के लिए एक पुरस्कार सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन को दिया जाएगा।

सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति/दुग्ध उत्पादन कंपनी डेरी किसान उत्पादक संगठन :- गोपाल रत्न पुरस्कार दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति, या दुग्ध उत्पादन कंपनी, या फिर दुग्ध उत्पादन करने वाले कोई किसान संगठन को भी प्रदान किया जाएगा।

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गोपाल रत्न पुरस्कार की राशि

हमने गोपाल रत्न पुरस्कार के बारे में तो जाने लिया है, अब हम आगे जानेंगे कि – इस पुरस्कार के अंतर्गत किसानों को कितनी राशि प्रदान की जाएगी।

तो किसान भाइयों हम आपको बता दें कि – इस पुरस्कार के अंतर्गत किसानों को प्रत्येक श्रेणी के लिए नगद राशि प्रदान की जाएगी और इसके साथ ही एक प्रमाण पत्र, और स्मृति चिन्ह भी दिया जाएगा। ऊपर बताई गई सभी श्रेणियों में टोटल 9 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।

  • प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने वाले पशुपालकों को ₹5 लाख की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
  • दूसरा पुरस्कार प्राप्त करने वाले पशुपालकों को ₹ 3 लाख की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
  • तीसरा पुरस्कार प्राप्त करने वाले पशुपालकों को ₹2 लाख के पुरस्कार राशि प्रदान की जावेगी।

गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए आवेदन

इस पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए पशुपालक किसान को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। उसके लिए आवेदन की शुरुआत हो चुकी है, और अंतिम तिथि 15 सितंबर 2022 रखी गई है।

इसके पहले किसान बंधु को आवेदन करना होगा आवेदन करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://awards.gov.in है, यहां से किसान बंधु आवेदन कर सकते हैं।

गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए पात्रता

  • 50 नस्लों के मवेशियों और भैंसों की 17 नस्लों में से किसी भी मान्यता प्राप्त देशी नस्ल को बनाए रखने वाले किसान पुरस्कार के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे।
  • राज्य/संघ राज्य क्षेत्र पशुधन विकास बोर्ड/राज्य/दूध संघों/गैर सरकारी संगठनों और अन्य निजी संगठनों के एआई तकनीशियन जिन्होंने कम से कम 90 दिनों के लिए एआई प्रशिक्षण प्राप्त किया है, वे पुरस्कार के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे।
  • एक सहकारी समिति / दुग्ध उत्पादक कंपनी (एमपीसी) / किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) जो ग्रामीण स्तर पर स्थापित डेयरी गतिविधियों में लगी हुई है और सहकारी अधिनियम / कंपनी अधिनियम के तहत प्रति दिन कम से कम 100 लीटर दूध एकत्र करती है और कम से कम 50 किसान है। सदस्य/दुग्ध उत्पादक सदस्य पुरस्कार के पात्र होंगे। 

यह रहेगी पुरस्कारों के लिए चयन की प्रक्रिया

  • एमएचए वेबसाइट पर प्राप्त आवेदनों की प्रारंभिक जांच क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) या किसी अन्य एजेंसी द्वारा की जाएगी। एजेंसी डीएएचडी द्वारा प्रदान किए गए मूल्यांकन/स्कोर कार्ड के अनुसार आवेदनों को स्कोर करेगी और डीएएचडी द्वारा गठित पुरस्कार स्क्रीनिंग समिति को प्रत्येक श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ 20 आवेदनों की सिफारिश करेगी। सभी शॉर्टलिस्ट किए गए आवेदनों का फील्ड विजिट/सत्यापन एनडीडीबी/डीएएचडी द्वारा पहचानी गई किसी अन्य एजेंसी के माध्यम से किया जाएगा।
  • अवार्ड स्क्रीनिंग कमेटी, डीएएचडी सर्वश्रेष्ठ आवेदकों (प्रत्येक श्रेणी में अधिमानत: 5) को छांटेगी और राष्ट्रीय पुरस्कार समिति (एनएसी) को इसकी सिफारिश करेगी।
  • समिति, यदि आवश्यक हो, केंद्र/राज्य/एनडीडीबी अधिकारियों को शामिल करके या किसी बाहरी एजेंसियों को किराए पर लेकर भौतिक सत्यापन/लाइव वीडियो फुटेज मांग सकती है। समिति अपनी संतुष्टि में स्क्रीनिंग के लिए आवश्यक दस्तावेज प्रमाण मांग सकती है। इस प्रयोजन के लिए आरजीएम योजना के बजट प्रावधान से व्यय की पूर्ति की जाएगी।
  • समिति स्क्रीनिंग के लिए कार्यप्रणाली और मानदंड तय करेगी। पुरस्कार विजेताओं के नामों की आधिकारिक घोषणा होने तक समिति पुरस्कारों के लिए उम्मीदवारों के चयन पर गोपनीयता बनाए रखेगी।
  • स्क्रीनिंग कमेटी आवेदन को अस्वीकार करने, सिफारिश किए जाने वाले पुरस्कार विजेताओं की संख्या पर निर्णय लेने का अधिकार सुरक्षित रखेगी।
  • स्क्रीनिंग कमेटी के गैर-सरकारी सदस्य सामान्य वित्त नियमों के अनुसार टीए/डीए के हकदार होंगे।

कब होगा पुरस्कारों का वितरण

जैसे की किसान बंधु बताया गया है, प्रत्येक श्रेणी में पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा श्री सरदार बल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन के अवसर पर 31 अक्टूबर 2022 को मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री द्वारा की जाएगी।

वहीं अगर हम पुरस्कार समारोह की बात करे तो यह राष्ट्रीय दुग्ध दिवस 26 नवंबर 2022 को पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा तय किए गए स्थान पर आयोजित किया जाएगा।

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