ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन और किसानों को नई तकनीक से जोड़ने के लिए सरकार अलग अलग कई प्रकार की योजनाएँ चला रही है। इन्हीं में से एक है, ड्रोन पायलट प्रशिक्षण (Drone Pilot Training) कार्यक्रम, जो देश के युवाओं और महिलाओं के लिए एक बेहतरीन अवसर प्रदान कर रहा है।
ड्रोन की सहायता से कृषि क्षेत्र में की नई संभावनाएँ देखने को मिल रही हैं, और सरकार इस दिशा में कदम आगे बढ़ा रही है। इस साल मध्यप्रदेश में भी युवाओं को ड्रोन पायलट लाइसेंस प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसका पहला बैच 25 नवम्बर 2024 से शुरू होगा। आइए जानते हैं इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में विस्तार से…
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कौन कर सकता है ड्रोन पायलट लाइसेंस के लिए आवेदन?
मध्यप्रदेश में ड्रोन पायलट लाइसेंस (Drone Pilot Training Apply)के लिए आवेदन करने के लिए कुछ शर्तें तय की गई हैं। इच्छुक व्यक्तियों को निम्न योग्यताओं और दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होगा…
- शैक्षिक योग्यता: आवेदक को कम से कम 10वीं कक्षा पास होना चाहिए।
- आयु सीमा: आवेदन करने के लिए आवेदक की आयु 18 वर्ष से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- दस्तावेज़: आवेदक के पास वैध भारतीय पासपोर्ट या सरकारी पहचान पत्र, पते का प्रमाण, मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड, या ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए।
- स्वास्थ्य प्रमाणपत्र: आवेदन करने के समय आवेदक को अपना मेडिकल फिटनेस प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
- फीस: आवेदन करने के लिए ₹17,700 का डिमांड ड्राफ्ट “सहायक कृषि यंत्री इंदौर” के नाम पर जमा करना होगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम की विशेषताएँ
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की खास बात यह है कि यह 7 दिनों का आवासीय प्रशिक्षण होगा, जिसमें प्रशिक्षणार्थियों को पूरी तरह से केंद्र पर रहकर ड्रोन उड़ाने की पूरी प्रक्रिया और तकनीकी जानकारी दी जाएगी।
ट्रेनिग में सफलता प्राप्त करने पर, सफल प्रशिक्षणार्थियों को भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त ड्रोन पायलट प्रमाण-पत्र (drone pilot certificate) प्रदान किया जाएगा।
आवेदन कैसे करें?
जो युवा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेना चाहते हैं, वे farmer.mpdage.org पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से Online होगी, और आवेदन के लिए सभी जरूरी दस्तावेजों को अपलोड करना पड़ेगा। दस्तावेज़ों की जांच प्रशिक्षण केंद्र पर की जाएगी, जहां अभिलेखों का मिलान मूल दस्तावेजों से किया जाएगा।
प्रशिक्षण का महत्व
ड्रोन की तकनीक अब कृषि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। ड्रोन का इस्तेमाल खेतों की निगरानी, कीटनाशक छिड़काव, और अन्य कृषि कार्यों में किया जा रहा है।
ऐसे में ड्रोन पायलट (Drone Pilot) की मांग लगातार बढ़ रही है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से, मध्यप्रदेश सरकार युवाओं को न केवल रोजगार के अवसर प्रदान कर रही है, बल्कि कृषि क्षेत्र को भी नए जमाने की तकनीक से सुसज्जित भी कर रही है।
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