भारत में किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकारें नई योजनाएं लागू कर रही हैं। मध्यप्रदेश सरकार ने पशुपालन को इस दिशा में एक महत्वपूर्ण साधन माना है। इससे जुड़े कई कदम उठाए गए हैं, जैसे कुक्कुट पालन, बकरी पालन, शूकर पालन और चारा उत्पादन पर 50% अनुदान। आइए विस्तार से समझते हैं कि यह कैसे किसानों के लिए लाभकारी हो सकता है।
Table of Contents
1. 50% अनुदान से किसान कैसे उठा सकते हैं लाभ?
- चारा उत्पादन:
मक्का और नेपियर घास से साइलेज उत्पादन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। साइलेज न केवल पोषक होता है, बल्कि यह दूध उत्पादन बढ़ाने में मदद करता है। - कुक्कुट पालन:
राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत, किसानों को 40 से 100 तक कुक्कुट (मुर्गे) पालने की सुविधा दी जा रही है। कड़कनाथ मुर्गे की मांग को देखते हुए इसे बढ़ावा दिया जा रहा है। - बकरी और शूकर पालन:
इन गतिविधियों के लिए 50% तक अनुदान देकर किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
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2. चलित पशु चिकित्सा वाहन योजना
406 लाख पशुओं के लिए चलित पशु चिकित्सा वाहन योजना लागू की गई है। किसान कॉल सेंटर नंबर 1962 पर कॉल करके अपने गांव में पशु चिकित्सा सुविधा प्राप्त कर सकते हैं।
3. गौशालाओं और गोबर गैस संयंत्र
बड़ी गौशालाओं में गोबर गैस संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे न केवल ऊर्जा उत्पादन हो सके, बल्कि गोबर का सही उपयोग भी किया जा सके।
4. पशु बीमा योजना पर विशेष ध्यान
किसानों को पशु बीमा योजना का लाभ देने के लिए सरकार ने बीमा कंपनियों के साथ मिलकर किसानों के दावों का तेजी से निपटारा करने का निर्देश दिया है। यदि कोई कंपनी दावों को रोकती है, तो उसके खिलाफ उपभोक्ता फोरम में मामला दर्ज कराया जाएगा।
5. योजनाओं का लाभ कैसे लें?
- नजदीकी पशु चिकित्सा केंद्र या पशुपालन विभाग से संपर्क करें।
- कॉल सेंटर नंबर 1962 पर कॉल करें।
- योजनाओं के बारे में जानकारी विभागीय अधिकारी से प्राप्त करें।