शिमला मिर्च की पांच प्रमुख विविधाएं हैं - हरी, लाल, पीली, और बैंगनी शिमला मिर्च, शिमला मिर्च की खेती में खर्च करीब चार लाख रुपये प्रति एकड़ आता है।
एक एकड़ जमीन में लगभग 15 हजार किलो शिमला मिर्च उत्पादित की जा सकती है, शिमला मिर्च की खेती साल में तीन बार की जा सकती है।
शिमला मिर्च को तैयार होने में 60 से 65 दिन का समय लगता है, हरी शिमला मिर्च की बाजार में कीमत प्रति किलो 60 रुपये तक होती है।
लाल, पीली और बैंगनी शिमला मिर्च की कीमत बाजार में 150 से 200 रुपये प्रति किलो तक होती है, शिमला मिर्च की खेती से किसान लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं।
शिमला मिर्च की उचित बुवाई और बीज सेलेक्शन उत्पादन पर बड़ा प्रभाव डालते हैं, शिमला मिर्च की खेती के लिए मौसम का अनुकूल होना आवश्यक है।
इस फसल को गर्म मौसम पसंद होता है, जैसे कि बीहड़, गर्मी, और गर्मी का मौसम, शिमला मिर्च के बागान में समय-समय पर पूर्वी उच्च उर्वरिता की जरूरत होती है।
फसल के लिए उपयुक्त माटी की pH मान 5.5 से 6.8 होनी चाहिए, खरपतवार से बचाने के लिए रोगों और कीटाणुओं के खिलाफ नियमित रूप से कीटनाशक का उपयोग करना चाहिए।
शिमला मिर्च की खेती में समय-समय पर उचित जल संरचना और पानी की आपूर्ति की जरूरत होती है, खेती में पूरे संकलन और पकवान का ख्याल रखना आवश्यक होता है।
शिमला मिर्च की फसल को समय पर पकवान करना जरूरी है, क्योंकि इसकी उचित मात्रा और रंगता समय पर बहुत महत्वपूर्ण होती है, उचित पकवान करने से पहले फसल को समय पर उगाया जाना चाहिए, ताकि यह पूरी तरह से पक जाए।
बाजार में शिमला मिर्च की मांग उच्च होती है, इसलिए उच्च मूल्य प्राप्त किया जा सकता है, शिमला मिर्च की खेती से किसानों को आर्थिक रूप से मजबूती मिलती है, और उन्हें अच्छा मुनाफा प्राप्त होता है।