हाल ही में मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक बहुत ही अच्छी खबर आई है, केंद्र सरकार के द्वारा फसल बीमा योजना में बदलाव कर लाभ के लिए अब सीमा घटा दी गई है।
अब किसानों को पटवारी हल्के में 50 हेक्टेयर भूमि में बोनी पर भी फसल बीमा का लाभ प्राप्त हो सकेगा केंद्र सरकार के इस फैसले पर कृषि मंत्री कमल पटेल ने सरकार का आभार व्यक्त किया है।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने क्या कहा
मप्र कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि -केन्द्र सरकार ने अधिकतम किसानों को फसल बीमा योजना से लाभान्वित करने के लिये पटवारी हल्के में बोई जाने वाली फसल की न्यूनतम 100 हेक्टेयर की सीमा को घटा कर 50 हेक्टेयर कर दिया है।
मंत्री पटेल ने किसानों के हित में लिये गये महत्वपूर्ण निर्णय के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का प्रदेश के किसानों की ओर से आभार व्यक्त किया है।
न्यूनतम सीमा अब 50 हेक्टेयर होगी
आगे कृषि मंत्री पटेल ने कहा कि – खरीफ और रबी 2022-23 के लिये पटवारी हल्के में बोई जाने वाली फसल की न्यूनतम सीमा अब 50 हेक्टेयर होगी।
इससे छोटी जोत के किसानों को भी बोई जाने वाली फसलों का लाभ बीमा योजना में मिल सकेगा, पहले यह सीमा 100 हेक्टेयर होने से पटवारी हल्के में कुछ किसान फसल बीमा योजना के लाभ से वंचित रह जाते थे।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से किसानो को लाभ
- इस योजना में प्राकृतिक समय से होने वाले नुकसान के लिए सभी किसानों को बीमा राशि भी प्रदान की जाती है।
- इस योजना के तहत किसानों को 2 लाख रुपये तक का बीमा दिया जाएगा ।
- यह बीमा राशि किसानों को सीधे बैंक खाते में उपलब्ध कराई जाएगी।
- बीमा लेने के लिए आपको खरीफ फसल के लिए 2% और रबी फसल के लिए 1.5% का प्रीमियम देना होगा।
- इस योजना के माध्यम से किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है।
- 2016 में केंद्र सरकार द्वारा इस योजना का लाभ सभी किसानों को उपलब्ध कराया गया था।
- इस योजना से अब तक 36 करोड़ किसान लाभान्वित हो चुके हैं।
- आपको बीमा कंपनी को 5% वाणिज्यिक और बागवानी फसलों का प्रीमियम देना होगा।
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