देश भर में बने मौसमी सिस्टम
- ओडिशा और आसपास के इलाकों में गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
- मानसून की अक्षीय रेखा अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में है।
- एक पूर्व पश्चिम कतरनी क्षेत्र उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत के ऊपर लगभग 20 डिग्री उत्तरी अक्षांश पर चल रहा है।
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल
पिछले 24 घंटों के दौरान, सौराष्ट्र और कच्छ और तेलंगाना में मध्यम से भारी बारिश हुई।
गुजरात क्षेत्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, कोंकण और गोवा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और आंतरिक ओडिशा, पूर्वी राजस्थान, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।
तटीय कर्नाटक, केरल उत्तर आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा के शेष हिस्सों, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड के कुछ हिस्सों और त्रिपुरा में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
लक्षद्वीप, दक्षिण भारत कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, असम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर तथा दिल्ली एनसीआर में हल्की बारिश हुई और पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के एक या दो हिस्सों में हल्की बारिश हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, कोंकण और गोवा, गुजरात के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ के कुछ हिस्सों, तेलंगाना और दक्षिण मध्य प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश संभव है।
तटीय कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, मराठवाड़ा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है और पंजाब के एक या दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
आंतरिक कर्नाटक, दक्षिण तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, लक्षद्वीप, जम्मू कश्मीर, हरियाणा और दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
झारखंड, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और बिहार में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
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